बालासोर हादसे की वजह बिना अप्रूवल पटरी रिपेयरिंग:CBI ने कहा

भुवनेश्वरएक घंटा पहले

  • कॉपी लिंक
2 जून को ओडिशा के बालासोर में ट्रेन हादसा हुआ था। इसमें 296 लोगों की मौत हुई थी और 1,000 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। - Dainik Bhaskar

2 जून को ओडिशा के बालासोर में ट्रेन हादसा हुआ था। इसमें 296 लोगों की मौत हुई थी और 1,000 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।

CBI ने कहा है कि 2 जून को ​बालासोर में ट्रेन हादसा पटरी पर बिना अप्रूवल हो रहे मरम्मत कार्य के कारण हुआ था। हादसे से पहले बहनागा बाजार स्टेशन के लेवल क्रॉसिंग गेट नंबर 94 पर बिना मंजूरी के मरम्मत का काम किया गया था। इस रेल हादसे में 296 लोगों की मौत हुई थी और 1000 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।

CBI ने भुवनेश्वर की स्पेशल कोर्ट में गुरुवार को अपनी रिपोर्ट पेश की। जांच एजेंसी ने बताया कि सीनियर डिवीजनल सिग्नल और टेलिकॉम इंजीनियर की मंजूरी के बिना ही वहां रिपेयरिंग वर्क हुआ था। इसके लिए सर्किट डायग्राम भी पास नहीं कराया गया था।

इससे पहले, 7 जुलाई को CBI ने गैर इरादतन हत्या और सबूतों को मिटाने के केस में 3 रेल अफसरों को अरेस्ट किया था। इनमें सीनियर सेक्शन इंजीनियर अरुण कुमार मोहंता, सेक्शन इंजीनियर मोहम्मद आमिर खान और टेक्नीशियन पप्पू कुमार शामिल हैं।

बालासोर रेल हादसे की जांच अब पूरी हो चुकी है। यह भारत के सबसे बड़े रेल हादसों मे से एक है।

बालासोर रेल हादसे की जांच अब पूरी हो चुकी है। यह भारत के सबसे बड़े रेल हादसों मे से एक है।

तीनों आरोपी जानते थे कि उनकी लापरवाही से हादसा हो सकता है
CBI ने जुलाई में कहा था कि इन तीनों की लापरवाही के कारण ही हादसा हुआ था। जांच एजेंसी ने यह भी दावा किया था कि तीनों आरोपी जानते थे कि उनकी लापरवाही से बड़ा हादसा हो सकता है।

दुर्घटना की जांच कर रहे रेलवे सुरक्षा आयुक्त (CRS) ने जुलाई के शुरुआती सप्ताह में हादसे के लिए सिग्नलिंग विभाग के कर्मचारियों की मानवीय भूल को जिम्मेदार ठहराया था। पूरी खबर पढ़ें…

ऐसे हुआ था हादसा
2 जून की शाम को चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस मेन लाइन के बजाय लूप लाइन में घुस गई, जहां मालगाड़ी खड़ी थी। ट्रेन मालगाड़ी से टकरा गई। कोरोमंडल और मालगाड़ी की कुछ बोगियां बगल की ट्रैक पर बिखर गईं। इसके थोड़ी देर बाद ही ट्रैक पर बिखरे डिब्बों से हावड़ा-बेंगलुरु एक्सप्रेस टकरा गई। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक हादसे में 295 लोगों की मौत हुई और 1100 से ज्यादा लोग घायल हुए।

CRS का दावा- हादसे की वजह सिग्नलिंग सिस्टम में खराबी
हादसे की जांच CBI के अलावा रेलवे बोर्ड की ओर से कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी (CRS) ने भी की है। 3 जुलाई को CRS ने 40 पेज की रिपोर्ट बोर्ड को सौंपी थी। इसके मुताबिक, लेवल-क्रॉसिंग लोकेशन बॉक्स के अंदर तारों की गलत लेबलिंग की वजह से ऑटोमेटेड सिग्नलिंग सिस्टम में गड़बड़ी हुई। जो हादसे का कारण बनी। क्रॉसिंग लोकेशन बॉक्स में तारों की गलत लेबलिंग के बारे में सालों तक मालूम ही नहीं चला। मेंटेनेंस के दौरान भी इसमें गड़बड़ी हुई।

CRS रिपोर्ट की बड़ी बातें…

  • लेवल-क्रॉसिंग लोकेशन बॉक्स के अंदर सारे तार गलत जुड़े थे। उसके चलते ही मेंटेनेंस वर्क के दौरान गड़बड़ी हुई, जिसके चलते गलत फंक्शन इंडिकेट हो रहे थे। इसके बारे में सालों तक पता नहीं चल सका।
  • हादसे के लिए सिग्नलिंग डिपार्टमेंट को मुख्य रूप से जिम्मेदार माना जा रहा है। रिपोर्ट में स्टेशन मास्टर का नाम भी है, जो सिग्नलिंग कंट्रोल सिस्टम में गड़बड़ी का पता नहीं लगा पाए।
  • बालासोर में एक अन्य जगह भी लोकेशन बॉक्स के डायग्राम का इस्तेमाल बहनगा बाजार के लोकेशन बॉक्स के लिए हुआ था। ये एक गलत कदम था, जिसके चलते गलत वायरिंग हुई।
  • कोरोमंडल एक्सप्रेस में मेन लाइन के लिए ग्रीन सिग्नल था। जबकि ट्रेन की डायरेक्शन डिसाइड करने वाला सिस्टम गलत तरीके से लूप लाइन की ओर इशारा करता रहा।
  • हादसे वाले दिन लेवल क्रॉसिंग पर इलेक्ट्रिक लिफ्टिंग बैरियर को रिप्लेस किया गया था। इस दौरान टर्मिनल पर गलत लेबलिंग के चलते गड़बड़ी हुई थी। ट्रेन को एक ट्रैक से दूसरे ट्रैक तक ले जाने वाले पॉइंट के सर्किट को पहले ही शिफ्ट कर दिया गया था।
  • 16 मई 2022 को भी खड़गपुर मंडल के बांकड़ा नयाबाज स्टेशन पर गलत रिंग और तार खराब होने की वजह से एक ऐसी ही घटना हुई थी। तब भी वायरिंग ठीक कर ली जाती तो बालासोर हादसा नहीं होता।

मामले से जुड़ी दैनिक भास्कर की ये खबरें भी पढ़ें…

19 PHOTOS से समझें ओडिशा ट्रेन हादसा, 17 डिब्बे पटरी से उतरे

ओडिशा ट्रेन हादसा दिल दहला देने वाला है। अब तक 288 लोगों की मौत हो चुकी है। 900 से ज्यादा यात्री घायल हुए हैं। हालांकि रेलवे ने 650 लोगों के घायल होने की पुष्टि की है। शुक्रवार शाम को जब हादसे की खबर आई थी तब किसी को इस बात का अंदाजा नहीं था कि यह इतना भयानक हो सकता है।पूरी खबर पढ़ें…

बालासोर ट्रेन हादसे में 7 अफसर सस्पेंड, रेलवे ने कहा- ये सतर्क होते तो हादसा नहीं होता

ओडिशा के बालासोर में पिछले महीने हुए ट्रिपल ट्रेन हादसे में CBI ने बुधवार को 7 अफसरों को सस्पेंड कर दिया है। इनमें गिरफ्तार होने वाले 3 रेलकर्मी भी शामिल हैं। यह जानकारी साउथ ईस्टर्न रेलवे के जनरल मैनेजर अनिल कुमार मिश्रा ने दी है। पूरी खबर पढ़ें…

Previous articleरक्षा मंत्रालय ने ₹7800 करोड़ की खरीद को मंजूरी दी:आर्मी के लिए लाइट मशीन गन और टैंक खरीदें जाएंगे
Next articleAsia Cup 2023: Rohit Sharma And Hardik Pandya Clear ‘Yo Yo’ Test After Virat Kohli, Focus On KL Rahul Fitness Now

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here