10 राज्यों में बारिश, 17 राज्यों में बढ़ेगा तापमान:देश के ज्यादातर हिस्सों में चलने लगेगी लू; कई राज्यों में 9 डिग्री तक बढ़ा तापमान

नई दिल्लीएक महीने पहले

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पोर्ट ब्लेयर के वीर सावरकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर बुधवार को मोचा तूफान के कारण कई पेड़ गिर गए। डिजास्टर मैनेजमेंट टीम इन्हें हटाती हुई। - Dainik Bhaskar

पोर्ट ब्लेयर के वीर सावरकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर बुधवार को मोचा तूफान के कारण कई पेड़ गिर गए। डिजास्टर मैनेजमेंट टीम इन्हें हटाती हुई।

चक्रवात मोका 11 मई से एक्टिव हो सकता है। मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, 12 मई को तूफान और ज्यादा खतरनाक हो सकता है। इस दौरान बंगाल, ओडिशा समेत तटीय इलाकों में बारिश की आशंका है। साथ ही 70 KMPH की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है।

मौसम विभाग ने बताया था कि मोका तूफान से 10 या 11 मई को दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और अंडमान सागर में बारिश हो सकती है। इस दौरान 50 से 70 किलेामीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। इसके बाद गुरुवार को तूफान उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ सकता है। संभावना है कि 14 मई को बांग्लादेश-म्यांमार तटों पर जाने से पहले यह और ज्यादा खतरनाक हो जाए।

म्यांमार में भारतीय दूतावास ने जारी की एडवाइजरी

मोका तूफान को लेकर म्यांमार में भारतीय दूतावास ने एक एडवाइजरी जारी की। एंबेसी ने अपने देशवासियों ने मौसम पर नजर बनाए रखने को कहा है। एंबेसी ने कहा, म्यांमार में सभी भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे मौसम के पूर्वानुमान की खबरों पर नजर रखें और किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहें। लोगों को गैर-जरूरी यात्रा से बचने और पीने के पानी सहित जरूरी सामान स्टॉक करने की सलाह दी जा रही है।

साइक्लोन को मोका नाम कैसे मिला?
इस तूफान का नाम यमन देश ने तय किया है। लाल सागर से लगे यमन के तटीय शहर मोका या मुखा ने 500 साल पहले दुनिया के सामने मोका कॉफी पेश की थी। इसी शहर के नाम पर तूफान को मोका नाम दिया गया है।

मछुआरों को अलर्ट किया गया
मौसम विभाग ने कहा कि मछुआरों, छोटे जहाजों, नावों और ट्रॉलरों के संचालकों को मंगलवार से दक्षिण-पूर्व और उससे सटे मध्य बंगाल की खाड़ी में नहीं जाने की सलाह दी गई है। इसके अलावा बंगाल की पूर्व-मध्य खाड़ी और उत्तर अंडमान सागर में जाने वाले लोगों को भी अभी वहां नहीं जाने की सलाह दी गई है। इसके अलावा अंडमान और निकोबार द्वीप समूह प्रशासन ने लोगों को सतर्क कर दिया है। यहां अभी से बारिश और चक्रवातीय हवाओं का असर भी दिखने लगा है।

मोका तूफान से इन राज्यों में अलर्ट

ओडिशा: मौसम विभाग ने ओडिशा के 18 जिलों में अलर्ट जारी कर दिया है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बंगाल की खाड़ी में संभावित चक्रवाती तूफान आने की मौसम विभाग की भविष्यवाणी के बाद हाईलेवल रिव्यू की। पटनायक ने मोका का सामना करने की स्थिति में सभी विभागों को तैयार रहने को कहा।

पश्चिम बंगाल: पश्चिम बंगाल के सभी चक्रवात संभावित जिलों को अलर्ट पर रखा गया है। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और अन्य किसी भी संभावित आपात स्थिति के लिए तैयार हैं।

आंध्र प्रदेश: चक्रवात मोका के कारण आंध्र प्रदेश में बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने राज्य के कुछ हिस्सों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। दो-तीन दिनों में अलग-अलग स्थानों पर बिजली गिरने की आशंका है। गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है।

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह: तूफान मोका को लेकर अंडमान और निकोबार द्वीप समूह प्रशासन ने भी लोगों को अलर्ट जारी किया है। यहां बुधवार से ही बारिश और तेज हवाएं चलने लगीं। गुरुवार को भी इसका असर रहेगा। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने को कहा है।

10 राज्यों में बारिश का अनुमान, 17 राज्यों में बढ़ेगा तापमान
उत्तर-मध्य समेत देश के अधिकांश हिस्सों में गर्मी अचानक बढ़ गई है, वहीं दक्षिणी के राज्यों में बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने कहा है कि ओडिशा समेत 10 राज्यों में बारिश का पूर्वानुमान है, जबकि 17 राज्यों में तापमान में भारी इजाफा देखने को मिलेगा। देश के ज्यादातर इलाकों में इस हफ्ते से लू चलने लगेगी। हालात ये हैं कि 6 से 9 मई के बीच सिर्फ 72 घंटो में राजस्थान, बिहार और MP समेत कई राज्यों के तापमान में 9 डिग्री सेल्सियस तक का इजाफा हुआ है।

6 से 9 मई के बीच इस तरह तापमान बढ़ा।

6 से 9 मई के बीच इस तरह तापमान बढ़ा।

UP और सेंट्रल भारत में 45 डिग्री पार जाएगा तापमान
मौसम विभाग का अनुमान है कि राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य भारत में पारा 45 डिग्री सेल्सियस के पार होने वाला है। राजधानी दिल्ली और उससे लगे आसपास के इलाकों में पारा 40 डिग्री के ऊपर जाएगा। इस बीच, राजस्थान के बाड़मेर में मंगलवार को पारा 43 डिग्री सेल्सियस पार पहुंच गया। मप्र में सोमवार को छह जिलों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक रिकॉर्ड किया गया।

बंगाल में लू चल रही, बिहार-सिक्किम तप रहे
चक्रवाती तूफान ‘मोका‘ की वजह से बंगाल में पारा और भी चढ़ गया है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि एक अजीब मौसम की स्थिति विकसित हुई है। 11 तक लू की चेतावनी है। कोलकाता में पारा 40 डिग्री सेल्सियस को छू सकता है।

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि कोलकाता में पारा 40 डिग्री सेल्सियस को छू सकता है।

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि कोलकाता में पारा 40 डिग्री सेल्सियस को छू सकता है।

पिछले साल मई की तुलना में इस मई में पारा 7 डिग्री तक कम
बेमौसम बारिश और पहाड़ों पर बर्फबारी के चलते इस साल मई में औसतन पारा 15 डिग्री तक कम रहा है। पिछले साल 1 मई को देश का औसत अधिकतम तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस था, जो इस साल 28.7 ही रहा। 5 मई 2022 को 39.1 डिग्री सेल्सियस था, जो इस 5 मई को 32.1 डिग्री सेल्सियस रहा।

केदारनाथ जाने से पहले मौसम का हाल जानें
केदारनाथ में भारी हिमपात के मद्देनजर रूद्रप्रयाग प्रशासन ने तीर्थयात्रियों को सलाह दी कि वे मौसम के बारे में जानकारी लेने के बाद ही यात्रा करें। पर्यटन विभाग के संयुक्त निदेशक योगेंद्र गंगवार ने कहा कि खराब मौसम से यात्रा के लिए पंजीकरण प्रक्रिया को 15 मई तक के लिए रोक दी गई है।

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