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बेंगलुरुएक महीने पहले
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राहुल ने कहा- हमने नफरत और गलत शब्दों से ये लड़ाई नहीं लड़ी। हमने मोहब्बत से ये लड़ाई लड़ी है।
कर्नाटक में कांग्रेस बहुमत से जीत दर्ज कराने के नजदीक है। रुझानों में पार्टी को 130 तक सीटें मिलती दिखाई दे रही हैं। इस चुनाव में कांग्रेस ने अपना पूरा जोर लगा दिया था, जिसके नतीजे सामने हैं। इसी बीच राहुल गांधी दिल्ली स्थित पार्टी दफ्तर पहुंचे। उन्होंने मीडिया के सामने आए 6 बार नमस्कार बोले। कहा- सबसे पहले मैं कर्नाटक की जनता को, कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को, सब नेताओं को और उनके काम को बधाई देता हूं।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक के चुनाव में एक तरफ सरकार के करीबी पूंजीपतियों की ताकत थी, तो दूसरी तरफ गरीब जनता की शक्ति थी। इस चुनाव में शक्ति ने ताकत को हरा दिया। यही हर राज्य में होगा। कांग्रेस कर्नाटक में गरीबों के साथ खड़ी हुई। हम उनके मुद्दों पर लड़े। हमने नफरत और गलत शब्दों से ये लड़ाई नहीं लड़ी। हमने मोहब्बत से ये लड़ाई लड़ी। कर्नाटक ने दिखाया कि इस देश को मोहब्बत अच्छी लगती है।
राहुल ने कहा कि कर्नाटक में नफरत का बाजार बंद हुआ है, मोहब्बत की दुकानें खुली हैं। ये सबकी जीत है। सबसे पहले यह कर्नाटक की जनता की जीत है। हमने चुनाव में कर्नाटक की जनता से 5 वादे किए थे। हम इन वादों को पहली कैबिनेट मीटिंग में पूरा करेंगे।

शनिवार को वोटों की गिनती के दौरान कांग्रेस नेता प्रियंका ने शिमला और जेडीएस नेता कुमारस्वामी ने बेंगलुरु में मंदिर में दर्शन किए।
कर्नाटक में राहुल ने 18 रैलियां और दो रोड शो किए थे
इस जीत में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का रोल तो अहम है ही, लेकिन राहुल गांधी का भी बहुत बड़ा हाथ है। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान वे सबसे ज्यादा 21 दिन कर्नाटक में रहे, 500 किमी से ज्यादा पैदल चले। लोगों से मिले, उनकी समस्याएं सुनीं और इस जीत की नींव रखी।
चुनाव के लिए भी राहुल ने 18 रैलियां और दो रोड शो किए थे। उनके अलावा मल्लिकार्जुन खड़गे ने 35 रैलियां और 1 रोड शो, प्रियंका गांधी ने 14 रैलियां और 11 रोड शो और सोनिया गांधी ने हुबली में 1 रैली की थी।
पहली रैली बेलगावी में की, आखिरी बेंगलुरु में
राहुल गांधी कर्नाटक चुनाव के लिए प्रचार करने में काफी एक्टिव रहे। उन्होंने 19 मार्च को बेलगावी से चुनावी प्रचार शुरू किया। यहां उन्होंने कहा- कर्नाटक सरकार देश की सबसे भ्रष्ट सरकार है, कुछ भी करवाना हो तो 40% कमीशन देना पड़ता है। ये देश किसी एक का नहीं है, अडाणी का नहीं है। देश गरीबों और किसानों का है।
पहली ही रैली में राहुल ने चुनावी वादा किया कि राज्य में SC रिजर्वेशन को 15 से बढ़ाकर 17% करेंगे। ST रिजर्वेशन को 3 से बढ़ाकर 7% करेंगे और तीन साल तक हर ग्रेजुएट को 3 हजार रुपए हर महीने दिए जाएंगे। ये वादे कांग्रेस को जीत दिलाने में अहम साबित हुए।

राहुल ने चुनाव के लिए 7 मई को आखिरी रैली बेंगलुरु में की। राहुल ने अनेकल और पुलकेशी नगर में सभा को संबोधित किया, वहीं प्रियंका ने पहले मूडबिद्री में एक रैली की और फिर महादेव पुरा और बेंगलुरु साउथ में रोड शो निकाला। हालांकि, सुबह पीएम मोदी का भी रोड शो था जिसको लेकर राहुल ने टिप्पणी की और कहा – मोदी जी का रोड शो देखा है न आपने, खुद गाड़ी पर चलते हैं बाकी लोगों को पैदल कर देते हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें…

बेंगलुरु में 7 मई को राहुल गांधी ने डिलीवरी बॉय से मुलाकात की और उनकी परेशानियां जानीं। ये तस्वीर कांग्रेस ने अपने टि्वटर पर शेयर की है।
कर्नाटक में भाजपा ने हार मानी
कर्नाटक में भाजपा ने हार स्वीकार कर ली है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि पूरे नतीजे आने के बाद हम समीक्षा करेंगे और लोकसभा चुनाव में दमदार वापसी करेंगे। अब तक सामने आए रुझानों में कांग्रेस 129, भाजपा 63, जेडीएस 22 और अन्य 4 सीटों पर आगे चल रही है। यानी कांग्रेस को बहुमत 113 के आंकड़े से 16 सीट ज्यादा मिलती दिख रही है। अब तक 4 सीटों के रिजल्ट आ चुके हैं। 4 पर कांग्रेस और 3 पर भाजपा को जीत मिली है। पूरी खबर यहां पढ़ें…
डीके शिवकुमार ने कहा- हम प्राउड कन्नड़, हमें बाहरियों की जरूरत नहीं है
कर्नाटक चुनाव की वोटिंग से पहले भास्कर से बातचीत में शिवकुमार ने कहा था, ‘कर्नाटक में हिजाब-हलाल और बजरंगबली जैसे मुद्दे नहीं चलेंगे। हम प्राउड कन्नड़ हैं, सरकार चलाना जानते हैं, बाहरियों की जरूरत नहीं है। कर्नाटक BJP के लिए क्लोज चैप्टर है। उसकी सरकार और PM मोदी फेल हो गए हैं।’ पूरी खबर यहां पढ़ें…

कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार चुनावी नतीजों में कांग्रेस को जीतता देखकर रो पड़े।