- Hindi News
- Local
- Haryana
- Jhajjar
- Wrestler Bajrang Punia | Jhajjar Bhaparoda Village | Panchayati Land | Academy Dispute | Objection Of Villagers | DC Investigation
रेसलर बजरंग पूनिया को गुपचुप जमीन देने की तैयारी:झज्जर में एकेडमी के विरोध में ग्रामीण; बोले- गांव के अर्जुन अवार्डी को मिले प्राथमिकता
झज्जरएक महीने पहले
- कॉपी लिंक

हरियाणा के झज्जर के गांव भापड़ौदा में ग्रामीण ओलिंपियन पहलवान बजरंग पूनिया को एकेडमी के लिए 4 एकड़ जमीन देने के विरोध में उतर आए हैं। बजरंग मूल रूप से झज्जर के गांव खुड्डन के रहने वाले हैं। फिलहाल वह महिला पहलवानों के साथ दिल्ली के जंतर मंतर पर सांसद बृजभूषण की गिरफ्तारी को लेकर धरने पर है। इनकी रिहायश भी सोनीपत में है।
मामले के अनुसार झज्जर के गांव भापड़ौदा में 2 मई को पंचायती जमीन की नीलामी कराई गई, लेकिन इसमें 4 एकड़ जमीन का पट्टा किसी को नहीं दिया गया। ग्रामीण इसको लेकर खोजबीन में लगे तो पता चला कि ग्राम पंचायत अपनी 4 एकड़ जमीन को ओलिंपियन बजरंग पूनिया को एकेडमी बनाने के लिए देगी। हालांकि अभी तक इसका प्रस्ताव पास नहीं हुआ है, लेकिन ग्राम पंचायत अपने स्तर पर इसका फैसला ले चुकी है। बापड़ौदा गांव सोनीपत से झज्जर जाते हुए रास्ते में सांपला के पास स्थित है।

डीसी के सामने जताया विरोध
बजरंग पूनिया को पंचायत जमीन देने के विरोध में शुक्रवार को गांव भापड़ौदा के ग्रामीण लघु सचिवालय में डीसी कैप्टन शक्ति सिंह से मिलने पहुंचे। ग्रामीणों ने डीसी को बताया कि 2 मई को ग्राम पंचायत द्वारा गांव की पंचायती जमीन की बोली करवाई गई, लेकिन 4 एकड़ पंचायती जमीन की बोली नहीं कराई गई। पंचायती जमीन को चुपचाप कबड्डी एकेडमी के लिए पहलवान खिलाड़ी बजरंग पूनिया देने का प्रयास किया जा रहा है। ग्रामीणों को इसकी भनक तक नहीं l
ग्रामीणों की ये है मांग
भापड़ोदा निवासी अंकुर राठी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भापड़ोदा गांव में ही 2 अर्जुन अवॉर्ड विजेता खिलाड़ियों के अलावा अन्य राष्ट्रीय खिलाडी भी हैं। गांव में पहले से ही एक खेल स्टेडियम भी बना हुआ हैl गांव के लोग न तो खेल के विरोध में हैं और न ही खिलाड़ियों के विरोध में हैं। खिलाड़ी देश और प्रदेश का मान सम्मान है और वे सभी खिलाड़ियों का सम्मान करते हैं।
पहल हमारे खिलाड़ियों की हो
लेकिन ग्राम पंचायत द्वारा गांव की पंचायती जमीन में से 4 एकड़ जमीन खिलाड़ी बजरंग पूनिया को देने का प्रयास किया जा रहा है, जोकि सरासर गलत है। ग्रामीण चाहते हैं कि गांव में अच्छे और अर्जुन अवॉर्डी खिलाड़ी भी हैं, अगर ग्राम पंचायत को एकेडमी के लिए जमीन देनी है तो पहले गांव के खिलाड़ियों को एकेडमी बनाने के लिए प्राथमिकता दी जाए। अगर गांव का कोई भी खिलाड़ी पंचायती जमीन पर एकेडमी बनाने के लिए तैयार नहीं है, तो ग्राम पंचायत अन्य खिलाड़ियों को जमीन देने के बारे में सोचे।
डीसी बोले- जांच करायेंगे
डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि वे मामले की जांच करवाएंगे। ग्रामीणों ने कहा कि हम चाहते हैं कि गांव में खिलाड़ियों के लिए अच्छी एकेडमी बने और गांव के खिलाड़ी अपने गांव और प्रदेश का नाम रोशन करें।