पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और PTI प्रमुख इमरान खान को मंगलवार दोपहर 3 बजे इस्लामाबाद हाई कोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया. इमरान खान को गिरफ्तारी के बाद पाक रेंजर्स घसीटकर गाड़ी तक ले गए. उनकी गिरफ्तारी के बाद से ही इस्लामाबाद शहर में हिंसक प्रदर्शन शुरू हुए और देखते ही देखते पूरे देश में हिंसक प्रदर्शन होने लगे. पाकिस्तान के पूर्व पीएम की गिरफ्तारी के बाद माहौल इतना बिगड़ा कि सरकार को पूरे देश में धारा 144 लागू करनी पड़ी.
इमरान खान की पार्टी PTI ने इस मामले को इस्लामाबाद हाई कोर्ट में उठाया और अदालत से मांग की कि पूर्व पीएम को रिहा किया जाए. इस्लामाबाद हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया और दोपहर में ही तुरंत तमाम अधिकारियों को कोर्ट रूम में तलब किया. हालांकि देर रात 10:30 बजे आए फैसले में इमरान खान को कोई राहत नहीं मिली. PTI समर्थक इमरान की गिरफ्तारी से खासा नाराज हैं और हिंसक प्रदर्शन कर रहे हैं.
सड़कों पर हिंसक प्रदर्शन कर रहे PTI समर्थक
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पीटीआई के उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरैशी ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान की गिरफ्तारी के बाद शांतिपूर्ण विरोध के लिए कार्यकर्ताओं को बुलाया. पीटीआई के ट्विटर पर साझा किए गए एक वीडियो में, कुरैशी ने लोगों से शांतिपूर्वक विरोध करने और पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान के साथ एकजुट होने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि वह इस्लामाबाद के लिए रवाना हो रहे हैं जहां उन्होंने आगे की कार्रवाई तय करने के लिए पीटीआई नेतृत्व और छह सदस्यीय समिति की बैठक बुलाई है. कुरैशी ने आगे कहा, ‘हमें उन्हें शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शनों की रैलियों में बदलना होगा.’
सड़कों पर आगजनी और ‘आजादी’ के नारे
PTI की अपील के बाद पार्टी के कई समर्थकों ने शहर के अलग-अलग हिस्सों में आगजनी की और इमरान खान को रिहा करने के लिए आजादी के नारे भी लगाए.
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इमरान को घसीटकर ले गए पाक रेंजर्स
इमरान की पार्टी पीटीआई ने उनकी गिरफ्तारी को शुरुआत में अपहरण बताया था. पीटीआई ने ट्वीट कर कहा, ‘पाकिस्तान रेंजर्स ने पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान का अपहरण कर लिया.’ पीटीआई ने यह भी दावा किया था कि गिरफ्तार किए जाने के दौरान इमरान खान को पाकिस्तानी रेंजर्स ने धक्का दिया था जिससे वे घायल हो गए.
सुनवाई के लिए कोर्ट रूम पहुंचे थे इमरान
बता दें कि पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान इस्लामाबाद हाई कोर्ट में कुछ मामलों सुनवाई के लिए पहुंचे हुए थे. डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, ये पूरी घटना इस्लामाबाद हाईकोर्ट के बाहर की है. इमरान यहां मंगलवार को केसों की सुनवाई के लिए पहुंचे थे, तभी उन्हें बाहर हिरासत में ले लिया गया. पीटीआई के वकील फैसल चौधरी ने घटना की पुष्टि की.
इमरान के वकील को पीटा गया
इस गिरफ्तारी के दौरान इमरान खान इस्लामाबाद हाई कोर्ट के बायोमेट्रिक रूम में बैठे हुए थे. पीटीआई के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट ने इमरान के वकील का वीडियो साझा करते हुए कहा है कि वह इस्लामाबाद हाई कोर्ट में बाहर बुरी तरह से घायल हुए हैं. इमरान खान के वकील बैरिस्टर अली गोहर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि रेंजर्स ने गिरफ्तारी के वक्त इमरान खान को टॉर्चर किया. उन्होंने दावा किया, ‘इमरान खान के सिर में चोट लगी और उनका पैर जख्मी हो गया है.’
पाकिस्तान में रेडियो स्टेशन में लगाई गई आग
इमरान के समर्थकों में गुस्सा कितना ज्यादा था, इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि पाकिस्तान के पेशावर में एक रेडियो स्टेशन की इमारत में भी आग लगा दी गई. इसके अलावा पाकिस्तान में मियांवाली एयरबेस पर रखे डमी एयरक्राफ्ट को उपद्रवियों ने जला दिया है.
स्कूल बंद और नेट सेवा भी प्रभावित
आपको बता दें कि पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद से ही पूरे देश में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं. हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि देशभर के सभी निजी स्कूल कल से अगले आदेश तक बंद रहेंगे. इसके अलावा पूरे पाकिस्तान में गृह मंत्रालय के आदेश पर मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट सर्विस प्रभावित हैं. देश में कई स्थानों पर नेट बिल्कुल नहीं चल रहा है तो कहीं बहुत धीमी स्पीड में चल रहा है.
PTI के 6 समर्थकों की मौत
इस हिंसक प्रदर्शन के बीच इमरान खान की पार्टी PTI ने दावा किया है कि अब तक उनके 6 समर्थकों की जान चली गई है और दर्जनों PTI समर्थक घायल हुए हैं.
इसलिए अदालत पहुंचे थे इमरान
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, ये पूरी घटना इस्लामाबाद हाईकोर्ट के बाहर की है. पीटीआई के वकील फैसल चौधरी ने घटना की पुष्टि की. पहले तो इमरान खान को बताया ही नहीं गया कि उन्हें क्यों गिरफ्तार किया गया है. बाद में NAB ने बताया कि पूर्व पीएम इमरान खान को अल कादिर ट्रस्ट से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया गया है.
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किस मामले में हुई इमरान की गिरफ्तारी?
दरअसल, इमरान खान पर अल-कादिर ट्रस्ट मामले में धोखाधड़ी के आरोप में एफआईआर दर्ज हैं. ये पूरा विवाद अल कादिर ट्रस्ट यूनिवर्सिटी से जुड़ा है. इमरान खान, उनकी पत्नी बुशरा बीबी और उनके करीबी सहयोगी जुल्फिकार बुखारी और बाबर अवान ने अल-कादिर प्रोजेक्ट ट्रस्ट का गठन किया था, जिसका उद्देश्य पंजाब के झेलम जिले की सोहावा तहसील में ‘गुणवत्तापूर्ण शिक्षा’ प्रदान करने के लिए अल-कादिर यूनिवर्सिटी की स्थापना करना था. आरोप है कि दान की गई जमीन के दस्तावेज में हेरफेर किया गया. यूनिवर्सिटी के लिए इमरान और उनकी बीवी ने जमीन को गैर कानूनी तरीके से हड़प लिया और दोनों ने पाकिस्तान के सबसे अमीर शख्स मलिक रियाज को गिरफ्तारी के नाम पर धमकाकर अरबों रुपये की जमीन अपने नाम करा ली.
– दस्तावेजों में ट्रस्ट के कार्यालय का पता बानी गाला हाउस, इस्लामाबाद बताया गया है. बाद में 2019 में बुशरा बीबी ने एक निजी रियल एस्टेट फर्म बहरिया टाउन के साथ दान प्राप्त करने के लिए एक ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए. ट्रस्ट ने अपने सौदे के हिस्से के रूप में बहरिया टाउन से 458 कनाल, 4 मरला और 58 वर्ग फुट की जमीन हासिल की.
– हालांकि, गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह के अनुसार, इस 458 कनाल भूमि में से इमरान खान ने अपना हिस्सा तय किया और दान की गई 240 कनाल भूमि बुशरा बीबी की करीबी दोस्त फराह गोगी के नाम पर ट्रांसफर कर दी.
– सनाउल्लाह ने दावा किया कि इस जमीन के मूल्य को कम करके आंका गया और इमरान खान ने यूनिवर्सिटी के नाम पर अपना हिस्सा प्राप्त किया. पूर्व पीएम ने मामले को दबाने की कोशिश की. इन आरोपों के बाद पाकिस्तान के पूर्व वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने ट्वीट किया कि इमरान खान ने रियल एस्टेट टाइकून मलिक रियाज को लगभग 190 मिलियन पाउंड दिए, जिन्हें बाद में ब्रिटिश अधिकारियों को यह राशि देनी पड़ी, ताकि यह जांच की जा सके कि यह धन अपराध की किसी आय से था या नहीं.
– मलिक रियाज ने एक ट्रस्ट को सैकड़ों एकड़ जमीन भी दान की, जिसके सदस्य इमरान खान, बुशरा बीबी और फराह गोगी थे. लेकिन आरोपों के अनुसार, ट्रस्ट को 2021 में अल-कादिर यूनिवर्सिटी नाम के निर्माणाधीन संस्थान के लिए दान के नाम पर लाखों रुपए मिले, जिसका उद्घाटन 5 मई, 2019 को इमरान खान ने किया. वे इस संस्थान के अध्यक्ष हैं.
– यह घोटाला तब सामने आया जब पाकिस्तान के मीडिया ने बताया कि ट्रस्ट द्वारा 180 मिलियन पाकिस्तानी रुपये प्राप्त किए गए थे, जबकि रिकॉर्ड में लगभग 8.52 मिलियन पाकिस्तानी रुपये का खर्च दिखाया गया. सवाल उठाया गया कि जब संस्थान को एक ट्रस्ट के रूप में स्वीकार किया गया था तो संस्थान छात्रों से शुल्क क्यों ले रहा है.
सरकार ने गिरफ्तारी को बताया ठीक
इमरान की गिरफ्तारी के बाद होम मिनिस्टर राणा सनाउल्लाह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, इमरान और बुशरा बीबी को पिछले साल मई से ही नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (NAB) की तरफ से बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस जारी किए जा रहे थे. वो जांच में शामिल नहीं हो रहे थे. ये 50 से 60 अरब रुपए का घोटाला है.
ऐसे हुई इमरान खान की गिरफ्तारी
PTI के वरिष्ठ नेता शिरीन मजारी के अनुसार, इमरान खान इस्लामाबाद हाई कोर्ट में एक बायोमेट्रिक प्रक्रिया से गुजर रहे थे, तभी पाक रेंजर्स ने कांच की खिड़की को तोड़ दिया और वकीलों और खान के सुरक्षा कर्मचारियों की पिटाई करने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
पाकिस्तानी सेना ने जताई चिंता
पाकिस्तान में इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद सेना ने आपात बैठक बुलाई है. इसमें आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर के अलावा डीजी आईएसआई नसीम अंजुम, डीजीएमएओ समेत कई बड़े अधिकारी भी शामिल हुए. सूत्रों की मानें तो इस बैठक के दौरान पाकिस्तान में मार्शल लॉ लगाने की भी बात की गई.
लाहौर में गवर्नर हाउस में आग तो भारतीय सेना अलर्ट
हिंसक प्रदर्शन इतना तेज था कि लाहौर में गवर्नर हाउस में आग तक लगा दी गई. इसके अलावा पाकिस्तान के बेकाबू हालात पर भारतीय सेना अपनी नजर बनाए हुई है और उसने नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कड़ी निगरानी रखी हुई है.