पाकिस्तानः  इमरान के करीबी और पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी गिरफ्तार

पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री और तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरैशी को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया. क़ुरैशी को इस्लामाबाद में गिरफ्तार किया गया है. जियो न्यूज ने अपने सूत्रों के हवाले से बताया कि संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) ने साइफर की चल रही जांच के सिलसिले में कुरैशी को इस्लामाबाद स्थित उनके आवास से हिरासत में ले लिया. पीटीआई का आरोप है कि इसमें इमरान खान को सत्ता से बाहर करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की ओर से धमकी दी गई थी.

अमेरिकी साजिश के तहत हुए सत्ता से बेदखल, इमरान खान का दावा
साइफर गेट केस पाकिस्तान के पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान द्वारा पिछले साल सत्ता से बाहर होने के बाद किए गए दावे से जुड़ा है. खान ने दावा किया था कि उन्हें “अमेरिकी साजिश” के तहत बाहर का रास्ता दिखाया गया था और उन्होंने अपने विरोधियों को कोसने के लिए एक राजनयिक केबल का हवाला दिया था. पार्टी के अकाउंट पर सोशल मीडिया पोस्ट में कहा गया, “पीटीआई उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरेशी को एक बार फिर अवैध रूप से गिरफ्तार किया गया है.” पार्टी ने कहा कि उन्हें एक बड़ी पुलिस टुकड़ी ने हिरासत में ले लिया.

इमरान खान की पार्टी के महासचिव उमर अयूब खान ने भी एक्स (ट्विटर) पर कुरेशी की गिरफ्तारी की खबर शेयर की. अयूब ने कहा कि एक प्रेस वार्ता के बाद घर पहुंचने पर कुरैशी को हिरासत में ले लिया गया.

उमर ने कहा, “पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के उपाध्यक्ष मखदूम शाह महमूद कुरैशी साहब को 25 मिनट पहले इस्लामाबाद में उनके घर से गिरफ्तार किया गया. वह एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के बाद घर पहुंचे थे.” उन्होंने कहा, ” मैं इसकी कड़े शब्दों में निंदा करता हूं. उम्मीद थी कि फासीवादी पीडीएम सरकार के जाने के बाद अराजकता का शासन समाप्त हो जाएगा, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि यह कार्यवाहक सरकार अपने पूर्ववर्ती फासीवादी सरकार के रिकॉर्ड को तोड़ना चाहती है.”

इमरान की गिरफ्तारी के बाद एक और बड़ी शख्सियत अरेस्ट
तोशाखाना मामले में इमरान खान को गिरफ्तार किए जाने और तीन साल जेल की सजा सुनाए जाने के कुछ दिनों बाद कुरैशी की गिरफ्तारी हुई है. अदालत के फैसले के बाद पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान को इस्लामाबाद पुलिस ने पंजाब पुलिस के सहयोग से लाहौर में उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया. उन्हें लाहौर से इस्लामाबाद भेजा गया है.

क्या है साइफर गेट केस? 
साइफर केस पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ है. इमरान खान पर आरोप है कि उन्होंने गुप्त जानकारी का इस्तेमाल अपने निजी फायदे के लिए किया. दूसरी ओर, पूर्व प्रधानमंत्री आरोप लगाते हैं कि उन्हें सत्ता से बेदखल करने में अमेरिका का बड़ा हाथ रहा है.

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