भावनगरएक महीने पहले
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शनिवार रात को गांव पहुंचा आयुष का शव।
14 मई.. आज पूरी दुनिया में मदर्स डे मनाया जा रहा है। लेकिन, गुजरात की एक मां के लिए यही दिन उसकी आखिरी सांस तक के लिए दर्द से भर गया। क्योंकि अपने लाड़ले को लाड़-प्यार करने की बजाय मां को अपने जवान बेटे की अर्थी को कंधा देना पड़ा। झकझोर कर रख देने वाला यह मामला गुजरात के भावनगर जिले के सिदसर गांव का है।

टोरंटों की यॉर्क यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था आयुष।
गुरुवार को टोरंटो से हो गया था लापता
सिदसर गांव के मूल निवासी और पालनपुर के डीएसपी रमेशभाई डाखर के 23 वर्षीय बेटे आयुष का तीन दिन पहले संदिग्ध हालत में शव मिला था। आयुष कनाडा में रहकर पढ़ाई कर रहा था। बीते सोमवार को आयुष टोरंटो में था और यहीं से लापता हो गया था। मंगलवार दोपह को उसका शव टोरंटो से करीब 20 किमी दूर एक पुल के नीचे मिला। हालांकि, आयुष की अभी मेडिकल रिपोर्ट आना बाकी है। इसके बाद ही उसकी संदिग्ध मौत का सच पता चल पाएगा।

आयुष के पिता रमेशभाई डाखर पालनपुर के डीएसपी हैं।
5 मई को हुआ था लापता
परिवार से मिली जानकारी के अनुसार आयुष ने साल 2019 में कंप्यूटर इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए टोरंटो की यॉर्क यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया था। आयुष टोरंटो में 4 गुजराती दोस्तों के साथ किराए के अपार्टमेंट में रहता थी। आयुष 5 मई की शाम घर से निकला था, लेकिन डेढ़ दिन तक नहीं लौटा।
दोस्तों ने आयुष के पिता रमेशभाई को फोन कर इसकी सूचना दी। रमेशभाई के कहने पर दोस्तों ने पुलिस में आयुष की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। इसके बाद 8 मई को आयुष का शव मिला। परिवार में माता-पिता के अलावा आयुष का छोटा भाई भी है, जो गांधीनगर में पढ़ाई करता है।

अंतिम यात्रा में पूरा गांव हुआ शामिल
कल देर रात आयुष का शव सिदसर गांव पहुंचा, जहां आज सुबह उसका अंतिम संस्कार किया गया। बेसुध माता-पिता ने भी जवान बेटे की अर्थी को कंधा दिया। माता-पिता की हालत जिसने भी देखी, वह अपने आंसू नहीं रोक सका। आयुष की अंतिम यात्रा में पूरा सिदसर गांव शामिल हुआ।