असम में स्कूली छात्राओं को दिए जा रहे मेंस्ट्रुअल कार्ड्स:पीरियड साइकल को ट्रैक करने और प्रेग्नेंसी का पता लगाने में मदद करेगा

असम में स्कूली छात्राओं को दिए जा रहे मेंस्ट्रुअल कार्ड्स:पीरियड साइकल को ट्रैक करने और प्रेग्नेंसी का पता लगाने में मदद करेगा

डिसपुर2 महीने पहले

  • कॉपी लिंक

असम में स्कूल जाने वाली लड़कियों को मेंस्ट्रुअल कार्ड्स बांटे जा रहे हैं। इनकी मदद से लड़कियां अपनी पीरियड साइकिल को ट्रैक कर सकेंगी। साथ ही पीरियड्स में किसी तरह की अनियमितता या प्रेग्नेंसी का भी पता चल सकेगा।

फरवरी में असम पुलिस ने बाल विवाह रोकने के लिए बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया था। प्रदेश में कई जगहों पर छापे मारकर नाबालिग लड़कियों से शादी करने वाले लड़कों को गिरफ्तार किया गया था और उनके परिवार पर भी एक्शन लिया गया था। इसी कड़ी में ये कार्ड्स लड़कियों को बांटे जा रहे हैं।

अब तक 1 करोड़ लड़कियों को बांटे गए कार्ड्स
स्वास्थ्य विभाग ने अब तक 31 जिलों के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली 1 करोड़ लड़कियों को बांटे हैं। ये कार्ड्स 8वीं और 9वीं क्लास की छात्राओं को बांटे जा रहे हैं। उन्हें इस कार्ड को आने वाले कई सालों तक संभाल कर रखना होगा। 8वीं से पहले की क्लासेस और 9वीं से आगे की क्लासेस की छात्राओं को ये कार्ड्स बांटे जाने की फिलहाल कोई योजना नहीं है।

मेंस्ट्रुअल साइकिल को ट्रैक करने की आदत को बढ़ावा देने के लिए पहल
नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक, असम में बाल विवाह के चलते मातृ और शिशु मृत्यु दर बहुत ज्यादा है। इसलिए बच्चियों की सेहत को ध्यान में रखते हुए मेंस्ट्रुअल कार्ड्स बांटने का फैसला किया गया है। इन कार्ड्स में पीरियड साइकिल को रिकॉर्ड करने से महिलाएं स्वास्थ्य में किसी तरह की परेशानी आने पर तुरंत नजदीकी अस्पताल जाकर इलाज कराया जा सकेंगी।

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि आशा वर्कर्स की मांग है इन कार्ड्स को उन लड़कियों को भी दिया जाना चाहिए जिनकी शादी होने वाली है। शादीशुदा महिलाओं के लिए ये प्रेग्नेंसी का पता लगाने में मदद कर सकते हैं।

ये खबरें भी पढ़ें…

असम में बाल विवाह मामले में 3015 गिरफ्तार, CM बोले- अब लोग खुद सरेंडर कर रहे

असम पुलिस के 3 फरवरी से बाल विवाह के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के बाद से अब तक 3,015 लोगों को गिरफ्तारी हो चुकी है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोशल मीडिया पर इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सामाजिक बुराई के खिलाफ यह अभियान जारी रहेगा। इसका फायदा यह है कि लोग पुलिस के सामने सरेंडर कर रहे हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें…

असम CM बोले- बाल विवाह पर कार्रवाई सांप्रदायिक नहीं:अपराधियों का रोना रोने वालों को 11 साल में गर्भवती हो रहीं बच्चियों की फिक्र नहीं

असम में बाल विवाह के खिलाफ राज्य सरकार सख्त ऐक्शन ले रही है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने विधानसभा में कहा था कि बाल विवाह पर किसी तरह की सांप्रदायिक कार्रवाई नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा- कुछ लोग अपराधियों के लिए रो रहे हैं, लेकिन पीड़ित परिवार के उन बच्चियों के लिए नहीं जो 11 साल की उम्र में गर्भवती हो जाती हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें…

Previous articleलुधियाना में गैस लीक, बच्चों समेत 9 लोगों की मौत:रिहायशी इमारत में रिसाव के बाद 11 लोग बेहोश, एक किलोमीटर का इलाका सील
Next article13 दिन बाद कोरोना एक्टिव केस 50 हजार से कम:बीते 24 घंटे में 5,874 नए मामले, 25 मौतें; नए केस 20 दिन बाद 6 हजार से कम

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here