जयशंकर बोले

जयशंकर बोले- राहुल से चीन पर क्लास लेना चाहता था:बाद में पता चला कांग्रेस नेता ने खुद चीनी राजदूत से क्लास ली

मैसूरु2 महीने पहले

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विदेश मंत्री एस जयशंकर ने विदेश नीति पर सवाल उठाने को लेकर राहुल गांधी को नसीहत दी है। जयशंकर ने रविवार को कहा- मैं राहुल गांधी से चीन पर क्लास लेना चाहता था, लेकिन बाद में मुझे पता चला कि वे खुद चीनी राजदूत से चीन पर क्लास ले रहे थे।

जयशंकर ने आगे कहा- दुर्भाग्य की बात है कि विदेश नीति अखाड़ा बन गई है। मुझे पता है कि राजनीति में सब कुछ राजनीतिक है, लेकिन कुछ मुद्दों पर हमें ऐसा व्यवहार करना चाहिए, जिससे विदेशों में भारत की स्थिति कमजोर न हो।

अब विदेश मंत्री जयशंकर का पूरा बयान पढ़िए…
कर्नाटक में एक कार्यक्रम में जब जयशंकर से पूछा गया कि राहुल गांधी कहते हैं कि आप चीन से खतरे को नहीं समझते, इस पर आप क्या कहेंगे। इस पर जयशंकर ने कहा कि पहले मैं चाहता था कि चीन के मुद्दे पर राहुल गांधी से क्लास लूं, लेकिन बाद में पता चला कि राहुल गांधी चीन पर चीनी राजदूत से क्लास ले रहे थे। इसके बाद मैंने खुद से पूछा कि क्या मैं भी मुख्य सोर्स पर जा सकता हूं और उनसे बात कर सकता हूं।

जयशंकर ने कहा कि दुर्भाग्य से विदेश नीति अखाड़ा बन गई है। मैं भी नेता हूं और मुझे पता है कि राजनीति में सब कुछ राजनीतिक है, लेकिन कुछ मुद्दों पर हमें जिम्मेदारी से व्यवहार करना चाहिए, जिससे विदेशों में हमारी स्थिति कमजोर न हो।

11 जुलाई को राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा था कि भारत में चीन की बढ़ती घुसपैठ देश के लिए हानिकारक है।

11 जुलाई को राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा था कि भारत में चीन की बढ़ती घुसपैठ देश के लिए हानिकारक है।

चीन ने भारत की जमीन पर कब्जा किया?
इस सवाल के जवाब में जयशंकर ने कहा- पैंगोंग में चीन की ओर से पुल बनाने के मुद्दे पर भी गलत जानकारी फैलाई गई है। उन्होंने बताया कि चीनी पहले 1959 में आए थे। उन्होंने 1962 में इस क्षेत्र पर कब्जा कर लिया, लेकिन इसे ऐसे अलग तरीके से पेश किया गया। कुछ आदर्श गांवों के मामले में भी ऐसा ही हुआ। ये गांव उन क्षेत्रों में बनाए गए थे, जिन्हें हमने 62 में या 62 से पहले ही खो दिया था।

विदेश मंत्री ने कहा कि 1962 में जो हुआ वो किसकी गलती है, मैंने कभी इस बारे में बात नहीं की। यह हमारी सामूहिक विफलता थी। इसे राजनीतिक रंग देना जरूरी नहीं समझता। इन मुद्दों पर वास्तव में दोनों देशों को बातचीत करने की जरूरत है।

जयशंकर ने कहा- वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स माइंड गेम है

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स में भारत के 161वें स्थान पर लुढ़कने पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, मैं हमारी रैंकिंग से हैरान हूं। मुझे लगा कि हमारे पास सबसे अनियंत्रित प्रेस है, कुछ तो गलत चल रहा है।

उन्होंने कहा, इंडेक्स में अफगानिस्तान को हमसे ज्यादा स्वतंत्र बताया गया है। क्या आप इसकी कल्पना कर सकते हैं? यह इंडेक्स माइंड गेम है। इसमें उस देश की रैंक को कम कर दिया जाता है जिसे आप पसंद नहीं करते हैं। पिछले साल भारत 150वें स्थान पर था और इस बार भारत को 11 पायदान का नुकसान हुआ है।

राहुल ने कहा था- विदेश मंत्री को अपनी समझ बढ़ानी चाहिए
राहुल गांधी चीन के मुद्दे पर अक्सर सरकार पर सवाल उठाते हैं। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान उन्होंने विदेश मंत्री जयशंकर को चीन के मुद्दे पर अपनी सोच और समझ बड़ी करने की सलाह दी थी। कांग्रेस नेता ने कहा था कि चीन की तैयारी युद्ध की है। सरकार इस मसले को नजरअंदाज कर रही है और इससे संबंधित जानकारियों को छुपाने की कोशिश कर रही है।

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चीन बोला- कश्मीर पर एकतरफा फैसले गलत, इस्लामाबाद में बैठक कर कहा- भारत-पाकिस्तान बातचीत से मामला सुलझाएं

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गोवा में SCO मीटिंग के बाद चीन के विदेश मंत्री किन गैंग पाकिस्तान पहुंचे। यहां उन्होंने विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो से मुलाकात की। बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में चीनी मंत्री ने कश्मीर का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा- भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से कश्मीर विवाद ऐसे ही चल रहा है। इस मुद्दे को UN के प्रस्तावों और द्विपक्षीय समझौतों के आधार पर हल किया जाना चाहिए। साथ ही दोनों देशों को कश्मीर में कोई भी एकतरफा फैसला नहीं लेना चाहिए। पढ़ें पूरी खबर…

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