मैं मदद के लिए चिल्लाता रहा, लोग वीडियो बनाते रहे:महाराष्ट्र बस हादसे में जिंदा बचने वालों ने सुनाई आपबीती; कुछ पैसेंजर खिड़की तोड़ बाहर निकले
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मैं मदद के लिए चिल्लाता रहा, लोग वीडियो बनाते रहे:महाराष्ट्र बस हादसे में जिंदा बचने वालों ने सुनाई आपबीती; कुछ पैसेंजर खिड़की तोड़ बाहर निकले

मुंबईएक दिन पहले

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नागपुर से पुणे जा रही प्राइवेट स्लीपर बस शुक्रवार देर रात बुलढाणा जिले में पलट गई। डीजल टैंक में विस्फोट से आग लग गई। हादसे में 25 यात्रियों की मौत हो गई। - Dainik Bhaskar

नागपुर से पुणे जा रही प्राइवेट स्लीपर बस शुक्रवार देर रात बुलढाणा जिले में पलट गई। डीजल टैंक में विस्फोट से आग लग गई। हादसे में 25 यात्रियों की मौत हो गई।

नागपुर से पुणे जा रही प्राइवेट स्लीपर बस शुक्रवार देर रात बुलढाणा जिले में समृद्धि एक्सप्रेस वे पर पलट गई। डीजल टैंक में विस्फोट से आग लग गई। इससे 25 यात्रियों की मौत हो गई।

ड्राइवर समेत 8 लोगों ने किसी तरह अपनी जान बचाई। इन यात्रियों ने बताया कि इस भयावह हादसे में वे कैसे बचे। एक यात्री ने बताया कि हादसे के बाद वो मदद के लिए चिल्लाता रहा लेकिन लोग वीडियो बनाते रहे। वहीं, एक अन्य पैसेंजर ने बताया कि वे और बाकी लोग बस के पीछे वाली खिड़की का कांच तोड़कर बाहर निकल पाए।

यह फुटेज आग बुझाने के बाद की है। बस जलकर पूरी तरह खाक हो गई है।

यह फुटेज आग बुझाने के बाद की है। बस जलकर पूरी तरह खाक हो गई है।

‘किसी ने फायर ब्रिगेड बुलाने के लिए फोन नहीं दिया’
बस यात्री शशिकांत गजबे ने बताया- ‘मैं आखिरी सीट पर था। सभी यात्री सो रहे थे। आधी रात को तेज आवाज और झटके से मैं जागा। हर तरफ धुआं और चीख-पुकार मची थी। सांस घुट रही थी। मैंने शीशा तोड़ दिया। तभी किसी ने मुझे बाहर गिरा दिया। बाहर निकलकर मैंने अन्य यात्रियों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया, लेकिन आग की लपटों के कारण वे बाहर नहीं निकल सके।

कुछ ही देर में पूरी बस आग की चपेट में आ गई। पुरुष और महिलाएं चिल्ला रहे थे। लपटें देख अन्य वाहन रुक गए। मैं फायर ब्रिगेड बुलाने के लिए फोन मांग रहा था, लेकिन लोग वीडियो बनाने में लगे रहे। मैं चिल्लाता रहा। किसी ने फोन नहीं दिया। लगभग आधे घंटे बाद दमकल ने मौके पर पहुंच कर आग बुझाई।’

‘खिड़की तोड़कर जैसे ही बाहर निकले, उस में ब्लास्ट हो गया
एक अन्य यात्री योगेश रामदास गवई ने बताया, ‘मैंने औरंगाबाद जाने के लिए नागपुर से बस पकड़ी। समृद्धि महामार्ग एक्सप्रेसवे पर एक्सीडेंट के बाद बस पलट गई और तुरंत उसमें आग लग गई। 3-4 लोगों ने पीछे वाली खिड़की तोड़ी और बाहर निकले। इसके कुछ ही देर बाद बस में ब्लास्ट हो गया।’

बस गेट की तरफ जमीन पर गिरी, जिससे कोई बाहर नहीं निकल सका।

बस गेट की तरफ जमीन पर गिरी, जिससे कोई बाहर नहीं निकल सका।

मृतकों के परिवारवाले बोले- रात को उन्हें बस में बैठाया, सुबह हादसे की खबर मिली
इस हादसे में मरने वाली अवंती पोहनेकर की रिश्तेदार चित्रा दगदाले ने बताया कि अवंती ने हाल ही में अपना BE पूरा किया था। वह वर्धा से पुणे नौकरी ढूंढने जा रही थी। जब वह घर से निकली तब मेरी उससे बात हुई थी। अगली सुबह मैंने उसकी मां को रोते हुए सुना। तब मुझे पता चला कि हादसा हो गया है।

एक अन्य मृतक श्रेया वंजारी के भाई अनिल जांगले ने बताया कि श्रेया और उसकी दोस्त राधिका वर्धा से पुणे के लिए निकले थे। सुबह हमें इस हादसे के बारे में पता चला। वो दोनों पुणे में काम करती थीं।

एक दूसरे से लिपटे मिले 3 शव
अम्बेगांव तहसील में रहने वाले कैलाश गंगावणे अपने परिवार के साथ बेटे का कॉलेज में एडमिशन करवाने के लिए नागपुर गए थे। वे अपनी पत्नी और बेटी के साथ इसी बस से लौट रहे थे। हादसे में तीनों की मौत हो गई। कैलाश के चचेरे भाई रूपेश को एक पुलिस कर्मी ने बताया कि तीनों के जले हुए शव एक-दूसरे से लिपटे हुए थे।

सास, बहु और पोती ने एक साथ गंवाई जान
हादसे में पिंपरी-चिंचवड़ की रहने वाली सास, बहु और पोती ने एक साथ जान गंवाई। ये तीनों कुछ दिन पहले एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए नागपुर गए थे। वहां से लौटते समय बस हादसे में इनकी जान चली गई।

हादसे में शव पूरी तरह जल गए थे। शवों की पहचान करना मुश्किल हो गया।

हादसे में शव पूरी तरह जल गए थे। शवों की पहचान करना मुश्किल हो गया।

शुक्रवार रात बुलढाणा में हुआ हादसा
यह हादसा महाराष्ट्र के बुलढाणा में शुक्रवार देर रात हुआ। बस नागपुर से पुणे जा रही थी, जब उसमें आग लग गई। बस में 33 लोग सवार थे, जिसमें 25 की जलने से मौके पर मौत हो गई। इनमें 3 बच्चे भी शामिल थे। महाराष्ट्र के मंत्री गिरीश महाजन ने बताया कि पुलिस ने बस ड्राइवर और कंडक्टर को हिरासत में ले लिया गया है।

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