दाढ़ी बढ़ाकर पुलिस को चकमा दे रहा गुड्डू मुस्लिम, अतीक की संपत्तियां अपने नाम करा रही शाइस्ता

माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद शाइस्ता परवीन उसका आर्थिक साम्राज्य संभालने की कोशिश में जुट गई है. यूपी एसटीएफ को मिली जानकारी के मुताबिक, शाइस्ता अतीक के नाम दर्ज कंपनियां और संपत्तियां अपने कब्जे में ले रही है. शाइस्ता फरारी के बावजूद चार्टर्ड अकाउंटेंट के संपर्क में है. उधर, उमेश पाल मर्डर केस में आरोपी बमबाज गुड्डू मुस्लिम की आखिरी लोकेशन ओडिशा और छत्तीसगढ़ में मिली है. उसने पुलिस को चकमा देने के लिए दाढ़ी बढ़ा ली है. 

CA के संपर्क में शाइस्ता

अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन भी उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी है. पुलिस शाइस्ता की तलाश में जुटी है. उस पर 50 हजार का इनाम भी घोषित किया गया. जानकारी के मुताबिक, शाइस्ता परवीन फरार रहने के दौरान चार्टर्ड अकाउंटेंट की मदद से संपत्तियां अपने नाम करवा रही है.

यूपी पुलिस ऐसे चार्टर्ड अकाउंटेंट की तलाश में जुटी है, जो अतीक और अशरफ के कालाधन का लेखा जोखा रखते थे. ये CA शाइस्ता की मदद कर रहे हैं. शाइस्ता अतीक के काले साम्राज्य का लेखा-जोखा मंगवा रही है. 

उधर, शाइस्ता सरेंडर करने की फिराक में है. वह फंडिंग की व्यवस्था करने में जुटी है. सूत्रों का कहना है कि शाइस्ता हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के वकीलों की मोटी फीस के लिए पैसे जुटाने में लगी है. उसने गैंग के खास लोगों से पैसों की डिमांड की है. पुलिस अतीक के करीबियों की लिस्ट बनाकर उनके खातों पर नजर रख रही है. शाइस्ता की आर्थिक मदद करने वालों पर भी पुलिस नकेल कसने की तैयारी में हैं.

दाढ़ी बढ़ाकर पुलिस को चकमा दे रहा गुड्डू

बमबाज गुड्डू मुस्लिम की तलाश लगातार जारी है. पुलिस लगातार उसका पीछा कर रही है. पुलिस को उसकी आखिरी बार लोकेशन ओडिशा और छत्तीसगढ़ में मिली. गुड्डू मुस्लिम की लोकेशन ओडिशा के बारगढ़ में मिली है. पुलिस ने यहां से राजा नाम के युवक को हिरासत में लिया है. उसने पूछताछ में बताया कि गुड्डू ने पुलिस से बचने के लिए दाढ़ी बढ़ा ली है. गुड्डू झांसी, नाशिक , पुणे और ओडिशा में भी रुका था. इसके बाद वह छत्तीसगढ़ भाग गया. 

2 अप्रैल से 13 अप्रैल तक ओडिशा में मौजूद था गुड्डू मुस्लिम

आज तक को मिली जानकारी के मुताबिक,  गुड्डू मुस्लिम 2 अप्रैल से 13 अप्रैल तक ओडिशा में छिपा था. वह ओडिशा से कपड़ों से भरा अपना बैग फेंककर भागा है. वह अकेला ही ओडिशा में ठहरा था. उसके पास पैसे भी नहीं बचे हैं. ऐसे में वह पैसों की जुगाड़ करने में लगा है. ओडिशा के बाद गुड्डू की कोई लोकेशन यूपी पुलिस के पास नहीं है. 

गुड्डू मुस्लिम के छत्तीसगढ़ में छिपे होने की खबर पर मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ने कहा कि अगर कोई अपराधी यहां छिपा है, और यूपी पुलिस हमसे मदद मांगती है, तो हम सहयोग करेंगे. हालांकि, उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा अपराधी यूपी में हैं. यूपी में पुलिस की कस्टडी में पत्रकारों के बीच गोली मार दी गई. उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था नहीं है. 

जल्द गिरफ्त में होंगे शाइस्ता और गुड्डू- STF चीफ

इससे पहले यूपी पुलिस के एडीजी और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) चीफ अमिताभ यश ने दावा किया है कि उमेश पाल हत्याकांड की फरार महिला आरोपी और अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन जल्द ही पुलिस गिरफ्त में होगी. साथ ही शातिर इनामी गुड्डू मुस्लिम भी अब ज्यादा दिन नहीं भाग पाएगा. 

मुस्लिम बाहुल्य इलाके छिपी शाइस्ता: सूत्र 

शाइस्ता की तलाश में लगी एसटीएफ टीम के सदस्यों ने आजतक को बताया कि फरार महिला आरोपी की लोकेशन लंबे वक्त से प्रयागराज के ही अलग-अलग इलाकों में मिल रही है. 50 हजार की इनामी महिला प्रयागराज में ही लगातार अपने ठिकाने बदल रही है. प्रयागराज के धूमनगंज में पहले शाइस्ता की लोकेशन मिली थी, लेकिन पुलिस पहुंची तो वह गायब हो गई. इसके बाद नैनी में अतीक अहमद की बेहद करीबी रही एक महिला के यहां शाइस्ता ने पनाह ली हुई थी, पुलिस टीम जब यहां पहुंची तो शाइस्ता यहां से भी फरार हो गई. सूत्रों की मानें तो प्रयागराज के किसी मुस्लिम बाहुल्य इलाके और किसी भीड़भाड़ वाले इलाके में ही शाइस्ता ने अपना ठिकाना बनाया हुआ है.

उमेश पाल मर्डर केस में चार की तलाश जारी

24 फरवरी को प्रयागराज में उमेश पाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने उमेश की पत्नी की शिकायत पर अतीक, अशरफ, शाइस्ता, असद समेत 9 लोगों पर मामला दर्ज किया था. इस हत्याकांड में 7 शूटर शामिल थे. इनमें से अरबाज, विजय चौधरी, गुलाम और असद एनकाउंटर में ढेर हो गए. जबकि अतीक और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई. अभी बमबाज गुड्डू, शूटर साबिर और अरमान फरार हैं.

15 अप्रैल को हुई थी अतीक-अशरफ की हत्या

माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात प्रयागराज में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई. पुलिस घेरे में इस दोहरे हत्याकांड को अरुण मौर्या, सनी और लवलेश तिवारी ने अंजाम दिया. तीनों पत्रकार बनकर पुलिस के काफिले के नजदीक पहुंचे और जैसे ही अतीक और उसके भाई अशरफ ने मीडिया से बात करना शुरू की, तीनों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. इस दौरान करीब 18 राउंड गोलियां चलीं, जिनमें से 8 गोली अतीक अहमद को लगीं. दोनों की मौके पर ही मौत हो गई.

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