
केदारनाथ में तीर्थ यात्रियों को डंडों से पीटने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इसमें देखा जा सकता है कि महिला समेत एक युवक पर घोड़ा संचालकों ने डंडों से हमला कर दिया। दावा किया जा रहा है कि वीडियो में हमला करते दिख रहे घोड़ा संचालक मुस्लिम समुदाय के लोग हैं।
अनूप कुमार सिंह नाम के यूजर ने वीडियो शेयर कर लिखा- शर्मनाक और दुखद, केदारनाथ में मुस्लिम आतंक। केदारनाथ में चारधाम यात्रियों के साथ मुस्लिम घोड़ा और खच्चर वालों ने मारपीट की। घोड़ापड़ाव, भीमबली क्षेत्र की घटना यात्रियों को लाठी-डंडों से पीटा। (अर्काइव)

अनूप कुमार सिंह के पोस्ट का स्क्रीनशॉट।
फेसबुक पर भी ये वीडियो इसी दावे के साथ जमकर वायरल हो रहा है। कई यूजर्स वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर इसी कैप्शन के साथ शेयर कर रहे हैं।

10 जून का ये वीडियो केदारनाथ धाम के पैदल मार्ग का है। जहां मार्ग पर खच्चर ले जा रहे 4-5 लोगों ने महिला समेत एक शख्स पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। केदारनाथ धाम के दर्शन करने आईं महिपालपुर दिल्ली निवासी तनुका पौंडार ने 12 जून को कोतवाली सोनप्रयाग में शिकायत दर्ज की।
उन्होंने पुलिस को बताया कि वह 10 जून को गौरीकुंड से केदारनाथ धाम की यात्रा पर जा रही थीं। इस दौरान भीमबली पुल के पास एक घोड़ा जमीन पर गिरा हुआ था, जिसकी हालत गंभीर थी। यह देखकर उन्होंने आसपास के लोगों से मदद मांगी, लेकिन किसी ने भी मदद नहीं की।
इस दौरान वहां एक व्यक्ति अन्य घोड़ों को पीट रहा था, जिसका उन्होंने विरोध किया। इसी बीच मौके पर कई घोड़ा संचालक इकट्ठा होकर गाली-गलौज करने लगे। घोड़ा संचालकों ने लाठी डंडों से उनके और उनके साथियों पर हमला कर दिया।
इस मामले में उत्तराखंड पुलिस ने मंगलवार को एक नाबालिग समेत 5 घोड़ा संचालकों को गिरफ्तार कर लिया। उत्तराखंड पुलिस ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से पोस्ट कर यह जानकारी दी।
इस मामले में शामिल 5 आरोपियों के नाम हैं- अंकित सिंह, सन्तोष कुमार, रोहित कुमार, जयकण्डी और गौतम। इनके अतिरिक्त घटना में संलिप्त एक नाबालिग के सम्बन्ध में अलग से कार्रवाई की गई है। साफ है कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर शेयर किया जा रहा है। वीडियो के साथ किया जा रहा दावा पूरी तरह गलत है।