जमीनी विवाद के चलते लूट के झूठे मुकदमे में चचेरे भाई को फंसाना चाहता था सिपाही, हुआ सस्पेंड
मऊ के मधुबन थाने में तैनात आरक्षी राघवेंद्र को एसपी ने सस्पेंड कर दिया है. आरक्षी राघवेंद्र पर आरोप है कि वह जमीनी विवाद के चलते अपने चचेरे भाई को लूट के झूठे मामले में फंसाना चाहता था. आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विभागीय जांच शुरू कर दी गई है.
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लूट के झूठे मामले में चचेरे भाई को फंसाने वाला सिपाही हुआ सस्पेंड
उत्तर प्रदेश के मऊ के मधुबन थाने में तैनात आरक्षी राघवेंद्र को एसपी ने सस्पेंड कर दिया है. एक लूट के मामले की जांच कर रही पुलिस को पता चला कि आरोपी आरक्षी राघवेंद्र ने जमीनी विवाद के चलते अपने चचेरे भाई को लूट के झूठे मामले में फंसाने की योजना बनाई थी. आरक्षी राघवेंद्र को सस्पेंड करने के साथ ही संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विभागीय जांच शुरू कर दी गई है. पुलिस ने बताया कि पीआरबी 2279 पर तैनात आरक्षी राघवेंद्र ने अपने एक साथी के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था.
एसपी ने आरक्षी राघवेंद्र को किया सस्पेंड
पुलिस ने बताया कि 27 जून को मधुबन थाना को एक लूट की सूचना मिली थी. जिसमें शिकायतकर्ता ने बताया कि वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ बलिया जनपद जा रहा था. तभी रास्ते में मोटरसाइकिल सवार दो अज्ञात बदमाशों ने मिश्रौली बन्धा के पास उसकी पत्नी का पर्स छीन लिया. पर्स में 7 हजार रुपये और एक मंगलसूत्र था.
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पुलिस ने पीड़ित से घटना का ब्योरा लिया और अज्ञात युवकों के खिलाफ मुकदमा लिखा गया. लूट के आरोपियों को पकड़ने के लिए एसपी अविनाश पांडे ने दो टीमों का गठन किया था. पुलिस को जांच के दौरान यह पता चला की सिपाही राघवेंद्र द्वारा अपने चचेरे भाई को फंसाने के चक्कर में यह षडयंत्र रचा गया था.
आरक्षी अपने चचेरे भाई को लूट के झूठे मामले में फंसाना चाहता था
इस मामले पर अपर पुलिस अधीक्षक महेश सिंह अत्रि ने बताया कि जनपद मऊ के थाना मधुबन क्षेत्र के अंतर्गत पीआरबी 2279 पर तैनात आरक्षी राघवेंद्र सिंह के द्वारा फर्जी लूट की घटना में अपने चचेरे भाई को फंसाए जाने के प्रयास के कारण एवं जांच के दौरान इस तथ्य के सत्यापित होने के पर वादी शैलेश कुमार की तहरीर के आधार पर संबंधित आरक्षी के खिलाफ संबंधित धाराओं में थाना मधुबन पर मुकदमा पंजीकृत किया गया है. तथा सीओ मधुबन की रिपोर्ट पर संबंधित आरक्षी को निलंबित भी किया गया है. विभागीय एवं अन्य विधिक कार्रवाई की जा रही है.