खड़गे बोले- इंदिरा गांधी ने किए पाकिस्तान के दो टुकड़े:‘भरोसे का सम्मेलन’ में कहा- मणिपुर जल रहा और प्रधानमंत्री मजाक उड़ाने में लगे हैं
जांजगीर16 घंटे पहले
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मल्लिकार्जुन खड़गे ने जांजगीर-चांपा जिले के खोखरा में आयोजित जनसभा को संबोधित किया । मंच पर सीनियर नेताओं ने उनका स्वागत किया।
जांजगीर में कांग्रेस के भरोसे का सम्मेलन कार्यक्रम में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी शामिल हुए। उन्होंने संबोधन में मणिपुर और संसद की कार्यवाही का जिक्र किया और कहा कि, राहुल गांधी मणिपुर पहुंचकर हिंसा प्रभावित लोगों से मिले। हमारे कई सांसद मणिपुर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। इस बात को उन्होंने संसद में रखा और सवाल किए। इस सवाल का जवाब प्रधानमंत्री ने नहीं दिया। बस कांग्रेस और गांधी परिवार का मजाक उड़ाते रहे। जबकि इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान के दो टुकड़े किए, और ये (बीजेपी) एक पक्षी भी नहीं मार सकते।
खड़गे ने आगे कहा कि, इंदिरा और राजीव गांधी के बाद क्या कोई गांधी परिवार से प्रधानमंत्री या मंत्री बना है? राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा की। बीजेपी सिर्फ नीचा दिखाने की कोशिश करती है। अच्छा होता कि गरीबों और विकास के काम पर केंद्र सरकार कुछ सोचती। मणिपुर जल रहा है, 5 हजार घर को आग लगाई गई। हजारों लोग घर छोड़ने को मजबूर हैं। हम चाहते थे कि प्रधानमंत्री इस पर कुछ बोलें लेकिन वे मौन नहीं तोड़ रहे।
CM भूपेश ने कहा कि- मिनी माता की धरती पर AICC अध्यक्ष का स्वागत है। यहां आने के लिए उनका आभार। भूपेश बघेल ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि- रुला-रुलाकर केंद्र सरकार ने हमारा चावल खरीदा। बीजेपी के नेता लगातार झूठ बोल रहे हैं। यहां तक की प्रधानमंत्री भी यहां आकर झूठ बोलकर जाते हैं। कांग्रेस की सरकार मजदूरों को 7 हजार सालाना दे रही है। गरीबों के चावल को खाने का काम बीजेपी ने किया।

हल देकर कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे का स्वागत किया गया। इस दौरान PCC प्रभारी सैलजा और चीफ दीपक बैज भी शामिल थे।
कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के संबोधन की बड़ी बातें
- पिछले 70 सालों में हमने जो शिक्षा की बुनियाद रखी उसी बुनियाद पर चलकर मोदी जी देश के प्रधानमंत्री बने।
- छत्तीसगढ़ में भिलाई स्टील प्लांट की नींव हमारी सरकार ने रखी।
- हमारी सरकार ने खाद्य सुरक्षा अधिनियम लाकर गरीब और आम जनता को खाद्य सुरक्षा उपलब्ध कराई।
- यह भरोसे का सम्मेलन इसलिए हो रहा है क्योंकि आपके मुख्यमंत्री और उनके नेतृत्व की सरकार ने आपसे जो वादा किया था उसे पूरा किया।
- छत्तीसगढ़ के लोगों की वजह से मुझे और कांग्रेस को शक्ति मिली, और हमने हिमाचल और कर्नाटक में सरकार बनाई।
जांजगीर जाने से पहले खड़गे दिल्ली से सीधे रायपुर पहुंचे थे। यहां एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री ने उनका स्वागत किया था। कार्यक्रम में CM भूपेश बघेल, डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव, स्पीकर चरणदास महंत, प्रभारी कुमारी सैलजा और पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज समेत सूबे के तमाम मंत्री, नेता और पदाधिकारी मौजूद रहे।

मल्लिकार्जुन खड़गे का मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ संस्कृति में स्वागत किया।
467 करोड़ रुपए के 1043 विकास कार्यों की सौगात दी
इस सम्मेलन में मुख्यमंत्री भूपेश ने 467 करोड़ 32 लाख 92 हजार रुपए के कुल 1043 विकास कार्यों की सौगात दी। इनमें 87 करोड़ 24 लाख 21 हजार रुपए से अधिक के 192 विकास कार्यों का लोकार्पण किया गया। वहीं 379 करोड़ 78 लाख 71 हजार से अधिक रु के 851 विकास कार्यों का खड़गे की मौजूदगी में मुख्यमंत्री ने भूमिपूजन किया।

10वीं में पढ़ने वाली दिव्यांग छात्रा शैल कुमारी सिदार ने मल्लिकार्जुन खड़गे की पेंटिंग बनाई है। मंच पर जाने से पहले उसने खुद खड़गे को यह पेंटिंग भेंट की।
बिलासपुर संभाग के SC बहुल जिले में खड़गे के दौरे को जातिगत समीकरणों से जोड़कर भी देखा जा रहा है, जिसे साधने के लिए बड़ी सभा आयोजित की जा रही है। इसके साथ ही पार्टी की नजर उन 24 सीटों पर भी है, जो इस संभाग में आती हैं।

रायपुर एयरपोर्ट पर खड़गे का स्वागत करने मुख्यमंत्री के साथ रायपुर के मेयर भी पहुंचे थे।
खड़गे की सभा के क्या हैं सियासी मायने
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष की सभा अनुसूचित जाति वर्ग बहुल जांजगीर-चांपा जिले में कराई जा रही है, लेकिन इस सभा के जरिए पूरे बिलासपुर संभाग की 24 सीटें साधने और प्रदेश की बाकी रिजर्व सीटों पर भी मैसेज देने की कोशिश होगी।
बिलासपुर संभाग में 8 जिले गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, जांजगीर-चांपा, कोरबा, मुंगेली, रायगढ़, सक्ति, बिलासपुर और सारंगढ़- बिलाईगढ़ हैं। इन जिलों में 24 विधानसभा सीटें आती है, जिनमें 4 अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित हैं, जबकि बाकी सीटों में भी जनसंख्या के हिसाब से SC वर्ग का बड़ा दखल है।
प्रदेश में कुल 10 सीटें अनुसूचित जाति वर्ग(SC) के लिए आरक्षित है। इनमें बिलासपुर संभाग की 4 सीटें सारंगढ़, मुंगेली, मस्तुरी और पामगढ़ हैं, जो जांजगीर-चांपा जिले के नजदीक ही है। इन 4 आरक्षित सीटों में 2 बीजेपी, 1 कांग्रेस और 1 बसपा के पास है। ये वही 4 सीटें हैं, जहां कांग्रेस का परफॉर्मेंस पिछले चुनाव में कमजोर रहा था।

मंच पर जाने से पहले खड़गे ने बाहर लगे स्टॉल्स का निरीक्षण किया।
SC वर्ग का बड़ा प्रभाव
मल्लिकार्जुन खड़गे पार्टी का सबसे बड़ा दलित चेहरा हैं। इस क्षेत्र में बसपा के पारम्परिक वोटर्स हैं, जो उन्हें जीत दिलाते आए हैं, लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर बसपा की कमजोर स्थिति का फायदा प्रदेश में कांग्रेस उठाना चाहती है। इसके अलावा यहां अनारक्षित सीटों में भी SC वर्ग के मतदाताओं की बड़ी संख्या हैष इसलिए कांग्रेस ने अपनी रणनीति के तहत जांजगीर-चांपा जिले में राष्ट्रीय अध्यक्ष की सभा कराई है।
ये हैं वो SC आरक्षित सीटें
1-सारंगढ (अ.जा.) –यहां से कांग्रेस की उत्तरी गनपत जांगड़े विधायक हैं।
2-मुंगेली (अ.जा.)- बीजेपी के पुन्नुलाल मोहले विधायक हैं।
3-मस्तुरी (अ.जा.)- बीजेपी के कृष्णमूर्ति बांधी इस सीट से विधायक हैं।
4-पामगढ़ (अ.जा.) – बसपा की इंदु बंजारे विधायक हैं।
चन्द्रपुरा हैं।

विकास कार्यों का रिमोट से लोकार्पण और शिलान्यास किया गया।
प्रदेश की बाकी SC सीटों का हाल
SC वर्ग के लिए आरक्षित 10 सीटों में 7 कांग्रेस के पास है। इनमें से एक रायगढ़ जिले में है, जबकि बाकी 6 अलग-अलग जिलों में है। इनमें से दो सीटों में मंत्री गुरू रूद्र कुमार और शिव डहरिया विधायक हैं। क्योंकि इन सीटों में पहले से ही कांग्रेस के विधायक काबिज हैं। इसलिए नई सीटों पर फोकस करना कांग्रेस ने सही समझा और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की सभा जांजगीर में कराई जा रही है।
प्रदेश की बाकी की SC सीटों में कांग्रेस के विधायक काबिज हैं
1-बिलाईगढ़ (अ.जा.) -चन्द्रदेव प्रसाद राय
2-सराईपाली (अ.जा.) -किस्मत लाल नन्द
3-आरंग (अ.जा.) – शिवकुमार डहरिया
4-अहिवारा (अ.जा.) -गुरु रुद्र कुमार
5-नवागढ़ (अजा)-गुरूदयाल सिंह बंजारे
6-डोंगरगढ़ (अ.जा.)- भुनेश्वर शोभाराम बघेल