
वड़ोदरा में खुद को PMO अफसर बताकर धोखाधड़ी करने वाला आरोपी गिरफ्तार कर लिया गया है।
गुजरात के वड़ोदरा में एक व्यक्ति ने खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) का अधिकारी बताते हुए प्राइवेट स्कूल में दो बच्चों का एडमिशन करा दिया। इसके बाद आरोपी ने ठगी की कोशिश भी की। स्कूल मैनेजमेंट ने शक होने पर वडोदरा के रहने वाले आरोपी की शिकायत कर दी। इसके बाद पुलिस ने आरोपी मयंक तिवारी को गिरफ्तार कर लिया।
स्कूल ट्रस्टी को लालच देकर कराया दोनों बच्चों का एडमिशन
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए आरोपी ने स्कूल मैनेजमेंट से खुद को PMO का रणनीतिक सलाहकार बताया। इसके बाद उसने स्कूल के ट्रस्टी से दो बच्चों के एडमिशन की बात कही। आरोपी ने स्कूल वालों से कहा कि उसके पारिवारिक मित्र का ट्रांसफर हो रहा है, आपके स्कूल में उनके दो बच्चों का एडमिशन होना है।
आरोपी ने स्कूल के ट्रस्टी को लालच दिया कि वो इस स्कूल को शिक्षा अनुसंधान के क्षेत्र में शामिल करवा के कई तरह के प्रोजेक्ट दिलवा सकता है। इसके बाद स्कूल प्रबंधन ने दोनों बच्चों को एडमिशन दे दिया।
स्कूल प्रबंधन ने की पूछताछ तब हुआ आरोपी का पर्दाफाश
बच्चों के एडमिशन के कुछ महीनों बाद स्कूल मैनेजमेंट ने आरोपी मयंक तिवारी के बारे में जानकारी जुटाना शुरू किया। स्कूल के ट्रस्टी ने आरोपी को लेकर कई लोगों से पूछताछ की तब पता चला कि मयंक कोई PMO का अधिकारी नहीं है। इसके बाद स्कूल ने पुलिस में शिकायत दर्ज जिसके बाद ठग पकड़ा गया।
पहले भी पकड़या जा चुका है PMO का अफसर बन धोखाधड़ी करने वाला किरण पटेल
फर्जी PMO अफसर बनकर ठगी करने का ये पहला मामला नहीं है। इससे पहले अहमदाबाद का रहने वाला किरण पटेल खुद को (PMO) का वरिष्ठ अधिकारी बताते हुए जम्मू-कश्मीर के फाइव स्टार होटल में ठहरा था। यहां उसे सुरक्षा कवर भी मिला था। अहमदाबाद का ये महाठग Z+ सिक्योरिटी के साथ बुलेटप्रूफ गाड़ी पर चलता था। किरण पटेल ने कई बिजनेसमैन से अलग-अलग प्रोजेक्ट दिलवाने के नाम पर ठगी की थी।