अमृतसर9 दिन पहले
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लंदन में भारतीय हाई कमीशन पर 19 मार्च को हमला करने वालों की CCTV फुटेज को भारत की टॉप जांच एजेंसी NIA ने जारी किया है। वीडियो के साथ ही लोगों को आग्रह किया है कि दिखने वाले खालिस्तानी समर्थकों की पहचान कर वॉट्सऐप नंबर +917290009373 पर भेजें। भारत सरकार व NIA की कोशिशों के बाद भी खालिस्तान समर्थकों ने धर्म की आड़ लेकर मूवमेंट को जारी रखा है।

NIA द्वारा जारी सर्कुलर।
एक तरफ NIA इस मामले में जांच कर रही है और खालिस्तान समर्थकों को ढूंढ रही हैं, वहीं दूसरी तरफ यही समर्थक विदेश में खालसा वहीर के नाम पर खालिस्तान मूवमेंट को तेज कर रहे हैं। ये पूरी तरह से वही तरीका है, जिसे वारिस पंजाब दे मुखी अमृतपाल सिंह ने पंजाब में अपनाया था।
बीते दिन UK के शहर लूटन में वारिस पंजाब दे और यूथ अकाली दल अमृतसर (इंटरनेशनल) के समर्थकों ने आतंकी अवतार सिंह खांडा (ब्रिटिश हाई कमीशन पर हमला करने का आरोपी) के प्रयासों से खालसा वहीर निकाली। इस वहीर में सिख धर्म का प्रचार तो नहीं हुआ, लेकिन खालिस्तान के समर्थन में अधिक नारे लगाए गए।

खालिस्तान के नारे लगाते हुए निकाली जा रही वहीर।
वहीर में दिखे हाई कमीशन पर हमला करने वाले चेहरे
बीते दिनों UK में वहीर की आड़ में खालिस्तान समर्थन में निकाली गई यात्रा में दिखे चेहरे वही थे, जिन्होंने UK में भारतीय कमीशन पर हमला किया था। NIA इन्हीं को खोज रही है और ये UK में खुलेआम खालिस्तान के हक में नारे लगा रहे हैं।

ब्रिटिश हाई कमीशन पर हमला करने वाले चेहरे।
भारत में खांडा आतंकी घोषित
विदेश में रहकर खालिस्तान मूवमेंट चलाने वाले अवतार सिंह खांडा ने भारतीय हाई कमीशन पर लगे तिरंगे का अपमान किया था। वहीं बीते दिनों NIA की जांच में भी स्पष्ट हुआ था कि यह खांडा ही अमृतपाल सिंह का हैंडलर भी रहा है।
सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि अवतार सिंह खांडा टॉप खालिस्तानी आतंकी जगतार सिंह तारा और परमजीत सिंह पम्मा का बेहद करीबी है। दरअसल, पम्मा खालिस्तान टाइगर फोर्स का एक्टिव सदस्य है और NIA की लिस्ट में वह मोस्ट वांटेड आतंकी है।

जानें कौन है अवतार सिंह खांडा
अवतार सिंह खांडा पंजाब के मोगा जिले का रहने वाला है। 1988 में रोडे गांव स्थित भिंडरावाले के घर में खांडा का जन्म हुआ। पिता का नाम खालिस्तानी मूवमेंट से जुड़े होने की वजह से अवतार के घर पर अकसर सुरक्षा एजेंसी पूछताछ के लिए आती रहती थी। इसी वजह से उसका परिवार पंजाब में कभी पटियाला, कभी लुधियाना तो कभी मोगा शिफ्ट होता रहा।
1988 में खांडा के चाचा बलवंत सिंह खुकराना को सुरक्षा बलों ने एक एनकाउंटर में मार गिराया था। खांडा के पैदा होने के 3 साल बाद ही 3 मार्च 1991 को उसके पिता कुलवंत सिंह खुकराना का भी सुरक्षाबलों ने एनकाउंटर कर दिया।
अवतार के पिता और चाचा दोनों ही खालिस्तानी फोर्स के एक्टिव मेंबर थे। अवतार के मामा गुरजंत सिंह बुधसिंहवाला खालिस्तान लिबरेशन फोर्स का प्रमुख था। 22 साल की उम्र में खांडा पढ़ाई के लिए ब्रिटेन गया। यहां वह खालिस्तानियों से संपर्क में आया और फिर खालिस्तानी मूवमेंट का एक्टिव मेंबर बन गया।
इसके बाद अवतार सिंह खांडा अकाली दल (मान) संगठन से जुड़ गया। इस संगठन से जुड़ने के कुछ दिनों बाद ही वह संगठन के यूथ विंग का उपाध्यक्ष बन गया। 2015 में भारत ने ब्रिटिश सरकार को भारत विरोधी कुछ लोगों के नाम सौंपे थे। इनमें अवतार सिंह खांडा का नाम भी शामिल था। भारत ने खांडा को देशद्रोही बताते हुए कहा था कि वह कट्टरपंथी संगठन से जुड़ कर युवाओं को उग्रवाद की ट्रेनिंग दे रहा है।