नासिक के त्र्यंबकेश्वर मंदिर में चादर चढ़ाने की कोशिश:पुलिस ने FIR दर्ज की, डिप्टी CM फडणवीस ने SIT जांच का आदेश दिया

नासिकएक महीने पहले

  • कॉपी लिंक
मंदिर में चादर लेकर घुसने वाले ग्रुप में आए थे, मगर गार्ड ने उन्हें अंदर जाने नहीं दिया। - Dainik Bhaskar

मंदिर में चादर लेकर घुसने वाले ग्रुप में आए थे, मगर गार्ड ने उन्हें अंदर जाने नहीं दिया।

नासिक के त्र्यंबकेश्वर मंदिर में कुछ लोगों ने चादर चढ़ाने की कोशिश की। जिसका वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने मंगलवार को FIR दर्ज कर ली। महाराष्ट्र के डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस ने भी पूरे मामले में जांच के लिए एक SIT गठित करने का आदेश दिया।

वायरल वीडियो शनिवार का है। जिसमें कुछ लोग सिर पर चादर रखकर मंदिर के गेट में प्रवेश करने की कोशिश करते हैं, लेकिन गार्ड उन्हें रोक देते हैं। इस बीच बहस शुरू हो जाती है। बाद में उन्हें वापस लौटना पड़ता है।

घटना से जुड़ी तस्वीरें…

मंदिर ट्रस्ट के अधिकारियों ने क्या कहा…
घटना के बाद मंदिर ट्रस्ट ने पुलिस में इसकी शिकायत की। जिसके आधार पर आरोपी युवकों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया। मंदिर ट्रस्ट के एक अधिकारी ने बताया कि चादर चढ़ाने वालों में कई लोग शामिल थे। मंदिर प्रबंधन के अनुसार, केवल हिंदुओं को मंदिर में प्रवेश करने की परमिशन है, क्योंकि यह भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है।

मंदिर के पुजारियों ने इसका विरोध किया। इससे तनाव पैदा हो गया। पुलिस ने इससे एक दिन बाद यानी रविवार को एक शांति समिति की बैठक बुलाकर दोनों तरफ के लोगों को समझा बुझा कर विवाद खत्म करने की कोशिश की थी। इसके बाद मंदिर परिसर में पुलिस सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई।

डिप्टी CM ने दिए SIT जांच के आदेश
डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को पूरे मामले में SIT गठित करने का आदेश दिया। ADG रैंक का एक अधिकारी SIT का प्रमुख होगा। स्पेशल इन्वेस्टिगेटिंग टीम न केवल इस घटना की जांच करेगी, बल्कि पिछले साल हुई इसी तरह की एक और घटना की भी जांच करेगी।

पिछले साल भी हुई थी ऐसी घटना
त्र्यंबकेश्वर मंदिर में दूसरे समुदाय के लोगों के घुसने की एक साल में यह दूसरी घटना है। साल 2022 में कुछ लोग मुख्य प्रवेश द्वार के माध्यम से त्र्यंबकेश्वर मंदिर परिसर में प्रवेश कर गए थे।

ये खबरें भी पढ़ें…

वो मस्जिदें जिनके नीचे मंदिर होने की लड़ाई, अदालतों में पेंडिंग ऐसे 5 मामलों की पूरी कहानी

मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि, वाराणसी में ज्ञानवापी और आगरा में ताजमहल को लेकर दोनों समुदायों का अपना-अपना दावा है। आइए जानें किस पक्ष का क्या कहना है। पढ़ें पूरी खबर…

Previous articleगुरुग्राम में IAS अफसर के ठिकाने पर विजिलेंस रेड:पत्नी ने सवाल खड़े कर DGP को लिखा पत्र, टीम पर FIR दर्ज करने की मांग
Next articleजोशीमठ में दरारों वाले घरों में लौटे लोग:होटल मालिकों ने खाली कराए कमरे; अब तक 8 लाख यात्री चारों धाम के दर्शन कर चुके

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here